VKSU Senate Meeting: वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित सीनेट बैठक का सोमवार को छात्रों ने जमकर विरोध किया। इस दौरान आइसा से जुड़े छात्रों ने विश्वविद्यालय गेट पर हंगामा- प्रदर्शन किया। सुरक्षाकर्मियों के साथ उनकी तीखी झड़प भी हुई। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ खूब नारेबाजी की।
सीनेट की बैठक को देखते हुए छात्रा भी अपने मुद्दों के साथ तैयार थे। छात्र पहले विश्वविद्यालय के मेन गेट पर जुटे और वहां से परीक्षा भवन तक पहुंच गए। इस दौरान छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच जोरदार धक्का-मुक्की हुई। सुरक्षाकर्मियों के प्रयास के बावजूद छात्र प्रशासनिक भवन तक पहुंच गए। संगठित छात्र गेट के सामने बैठकर धरना देने लगे।
30 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन
प्रदर्शनकारी छात्रों ने बताया कि वे अपनी 30 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। पीजी कोर्स की फीस में कटौती, कॉलेजों में पेयजल की उचित व्यवस्था, स्कॉलरों के लिए उचित आवास सुविधा, छात्र संघ चुनाव की तिथि की घोषणा समेत कुल तीस माँगे आंदोलनकारी छात्रों की तरफ से रखी गई हैं। AISA के छात्र नेता सबीर ने कहा कि यह धरना फीस बढ़ोतरी छात्रों के खिलाफ है। पानी तक की सुविधा नहीं है। कई मूलभूत सुविधाओ का अभाव छात्र झेल रहे है। फिर, यह सीनेट किस बात का हो रहा है।
VC ने की बात, रही बेनतीजा
विवाद बढ़ता देख विश्वविद्यालय के कुलपति (VC) शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी खुद प्रदर्शनकारी छात्रों से बातचीत करने पहुंचे। छात्रों ने अपनी मांगों को वीसी के सामने रखा, लेकिन वार्ता विफल रही। छात्रों के गुस्से को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने परीक्षा भवन के दरवाजे बंद कर दिए। इससे छात्र और अधिक आक्रोशित हो गए और गेट के बाहर ही प्रदर्शन करने लगे।
बता दें कि सीनेट(VKSU Senate Meeting) की इस बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट पर मुहर लगनी थी, जिसका अनुमानित आकार 7 अरब 31 करोड़ 49 लाख 73 हजार 535 रुपए है। छात्रों का आरोप है कि बजट तो पास हो रहा है, लेकिन उनकी बुनियादी जरूरतों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
प्रॉक्टर लाल बाबू ने कहा कि छात्रों की मांगों पर विचार किया जाएगा, लेकिन इस तरह के हंगामे से समस्या का समाधान नहीं हो सकता। वहीं, पुलिस बल भी मौके पर तैनात किया गया ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे। वहीं, छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

