Trade Union Strike: केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, सेवा संगठनों और अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर बुधवार को भारत बंद रहा। भोजपुर जिले के सैकड़ों कर्मचारी और शिक्षक भी इस एकदिवसीय राष्ट्रीय हड़ताल में शामिल हुए। बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, भोजपुर जिला शाखा के बैनर तले विभिन्न विभागों के कर्मचारी रेडक्रॉस-सांस्कृतिक भवन गोलंबर के पास जुटे। झंडे और बैनरों के साथ नारेबाजी करते हुए जिला मंत्री विनोद यादव और जिला अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव के नेतृत्व में रैली निकाला। रैली कचहरी बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा से होते हुए जेपी मूर्ति तक पहुंची, जहां सभा हुई। अपने संबोधन में बिहार प्रदेश महामंत्री सुबेश सिंह ने केंद्र सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का रवैया शुरू से ही कर्मचारी, किसान, युवा और श्रमिक वर्ग के प्रति शोषणकारी रहा है। कुछ राज्य सरकारें भी इसी राह पर चल रही हैं। सरकारी संस्थानों को बंद करने की साजिश हो रही है। श्रम कानूनों में बदलाव कर चार श्रम कानून लागू किए गए हैं। इससे हड़ताल, धरना और आंदोलन जैसे संवैधानिक अधिकार खत्म हो रहे हैं। श्रमिक संगठनों की मांगों की अनदेखी हो रही है। जब-जब कर्मचारी और शिक्षक एकजुट हुए हैं, तब-तब सरकारें झुकी हैं। देश में बेरोजगारी चरम पर है। एक करोड़ से ज्यादा पद रिक्त हैं। लेकिन नियमित बहाली नहीं हो रही। वेतन और सुविधाओं में कटौती हो रही है।
