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Sumit SIngh Murder Case: थाना के सामने सड़क पर शव रख किया प्रदर्शन, अपराधियों की गिरफ्तारी एंव कुर्की जब्ती की मांग

Sumit SIngh Murder Case: मंगलवार को हुए केजी रोड निवासी सुमित सिंह हत्याकांड को लेकर दूसरे दिन बुधवार को भी माहौल गर्म रहा। सुमित बड़हरा प्रखंड में सोहरा ग्राम कचहरी के पूर्व सरपंच और हेतमपुर निवासी स्वर्गीय बैजनाथ सिंह का पुत्र था। जिसे 28 जनवरी को कुछ लोगों ने पंचायती करने के बहाने बुलाकर कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र में सोहरा बांध के यात्री शेड के पास गोली मार हत्या कर दी थी। मंगलवार की रात तक परिजन और उसके समर्थक हत्यारों की गिरफ्तारी से पहले शव का पोस्टमार्टम और दाह संस्कार करने को तैयार नहीं थे।

पोस्टमार्टम के बाद बुधवार सुबह ग्रामीणों ने सरैंया बाजार स्थित कृष्णागढ थाना के सामने सड़क पर शव को रखकर अपराधियों की गिरफ्तारी एंव कुर्की जब्ती की मांग करते हुए सड़क जाम कर दिया। उग्र ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। सड़क जाम होते ही आरा, बलुआ, सिंन्हा के तरफ जाने वाले सड़कों पर वाहनो की लम्बी कतार लग गई। मौके पर एसडीपीओ सदर आरा 2 रंजीत सिंह, कोइलवर कमलजीत कुमार सिन्हा थाना व जिला बल की पुलिस पहुचीं। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रंजीत कुमार सिंह ने लोगों को समझा।तब जाकर लोगों ने शव को हटाया। साथी पुलिस बल के देखरेख में हेतमपुर गंगा नदी घाट पर शव का अंतिम संस्कार किया गया। वरीय पुलिस अधिकारी के निर्देश पर थानाध्यक्ष पवन कुमार के नेतृत्व में आरोपी वर्तमान मुखिया मोहन शर्मा के घर पर तलाशी अभियान चलाया गया। तलाशी के क्रम में पुलिस को पटाखे छोड़ने वाले बंदूक, धारदार हथियार समेत अन्य सामग्री बरामद किया गया।

सुमित सिंह के पुत्र नितिन कुमार के बयान पर एफआईआर सुमित सिंह के पुत्र नितिन कुमार ने पुलिस के समक्ष फर्दबयान मे बताया कि मै और मेरे पिताजी बाइक से केजी रोड आरा से 28 जनवरी को अपने पैतृक गांव हेतमपुर गये थे। हमलोगो के पीछे पीछे दूसरे बाइक से मेरे पिता के साथी बड़हरा थाना के फरना निवासी गौरव उर्फ मंटू सिंह आ रहे थे। जैसे ही हमलोग बाइक से सोहरा बांध के समीप दोपहर 2:30 बजे पहुचे। मोहन शर्मा, उनके दो पुत्र सोनू शर्मा, संजय शर्मा व दो अज्ञात आदमी मेरे पिता के बाइक को रोक दिया। सोनू शर्मा बोला कि साला तुम नेतागिरि करता है। पांचों ने मिलकर मेरे पिता सुमित सिंह को बाइक से खिंचकर उतार लिया। सभी मिलकर उन्हें मारने लगे। उसके बाद तीनों नामजदों ने गोली चलाने लगे जिसमें एक गोली पेट में और दो गोली पीठ में लगी। पीछे से आ रहे गौरव सिंह ने घटना की सूचना 112 को दी। 112 वाहन से ईलाज के लिए आरा लाया गया जहां ईलाज के दौरान मौत हो गई।