Rashtriya Balika Diwas: माहवारी को लेकर आज भी समाज में संकुचित धारणाएँ है। परिवार में इस विषय या इससे सम्बंधित समस्याओं पर महिलाएँ या बच्चियाँ ना खुल कर बात कर पाती है और ना हीं उन्हें कोई सही से समझाने वाला होता है। माहवारी के दिनो में स्वच्छता बहुत आवश्यक है। इसी विषय को लेकर शुक्रवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में ज़िला समाहरणालय सभागार में जिला पदाधिकारी तनय सुल्तानिया की अध्यक्षता में “माहवारी स्वच्छता प्रबंधन” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

नारी सशक्तिकरण योजनाओं से कराया अवगत
कार्यक्रम में कई छात्राएँ उपलब्ध रहीं। जहां उन्हें विषयक जानकारी प्रदान की गई। शुरुआत में जिला पदाधिकारी ने छात्राओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस शुभकामनाएं देते हुए केंद्र और बिहार सरकार की नारी सशक्तिकरण योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” जैसी प्रमुख योजना का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की विस्तृत जानकारी साझा की।
तनय सुल्तानियाने बताया कि इस योजना के तहत पोशाक योजना, साइकिल योजना, छात्रवृत्ति योजना, प्रोत्साहन राशि, और स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड जैसी कई सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो बेटियों के उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम बढ़ा रही हैं।

बेटियों से है घर, परिवार, जिला और देश को उम्मीदें
अपनी बातों से छात्राओं को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि स्वच्छता और शिक्षा ही सफलता की नींव हैं। उन्होंने मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने पर जोर देते हुए कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों से हर घर, परिवार, जिला और देश सबको सहभागिता और योगदान की अपेक्षा है।
ज़िलाधिकारी ने बताया कि बेटियों को सम्बल बनाने के उद्देश्य से कई विद्यालयों में छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उनकी प्रतिक्रिया भी ली गई है। कार्यक्रम के अंत में छात्राओं के बीच सेनेटरी किट का वितरण किया गया।
इस अवसर पर निदेशक (डीआरडीए), जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस), सिविल सर्जन, जिला मिशन समन्वयक, फाउंडर सैनिट्रस्ट बायोडिग्रेडेबल पैड एवं छात्राएं मौजूद थे।

