Protest for Road and Sewer: आरा नगर निगम के वार्ड संख्या 11 के निवासियों के सब्र का बांध अब टूट रहा है। पिछले कई वर्षों से वे नाला और सड़क निर्माण की लड़ाई लड़ रहे है। पर नगर निगम व किसी जन प्रतिनिधि का ध्यान उस पर नहीं है। परेशान लोगों ने अब आंदोलन को तेज कर दिया है। उन्होंने आगामी चुनाव तक समाधान ना होने की स्थिति में वोट बहिष्कार तक को कहा है।
इसे लेकर वार्ड संख्या 11 के लोगों ने ज़िलाधिकारी तनय सुलतानिया को अपनी माँगो से अवगत कराते हुए मांगपत्र दिया। उन्होंने कहा कि नाला मोड़ से मझौआ बांध तक नाले की ढकाई एवं रास्ते चौड़ीकरण किया जाए। अपनी समस्याओं को विस्तार से बताकर उन्होंने निदान की गुहार लगाई।
समाजसेवी निकेश पांडेय ने बताया कि नाला मोड़ से मझौआ बांध को जाने वाला रास्ता मोहल्ले के हजारों घरों के साथ-साथ कई गांवों को भी जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है, जिसमें प्रतिदिन हजारों लाखों लोग आते जाते हैं। यह नाला खुला है, जिसकी वजह से दो-चार लोग रोज नाले में गिरते हैं। घायल होते हैं। विगत 10 सालों से मोहल्ले के लोग संघर्ष कर रहे हैं। कई बार जिलाधिकारी, नगर आयुक्त, सांसद, विधायक, मेयर, डिप्टी मेयर के पास आवेदन दिया गया पर आज तक उस पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई।
दीपू कुमार, धनंजय सिंह, सरोज, मंटू सिंह ने कहा कि यदि इस बार समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम वोट बहिष्कार करेंगे। मजबूरन ये कदम उठाना पड़ेगा। हम लोग नगर निगम को टैक्स देते है। सुविधा नदारद है। अपना घर छोड़, मुख्य सड़क पर रहने जाएँगे।
एकजुट हो समाहरणालय जाने, आवाज़ उठाने व ज़िलाधिकारी को ज्ञापन देने वालों में नवनीत सिंह, लखन उपाध्याय, राजीव सिंह, उदय पांडे, लाल बिहारी सिंह, देवेश बाबा, रंजन सिंह समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

