Nagar Nigam : आरा नगर निगम विगत कई महीनो से सिर्फ़ लूट- खसोट के आरोप-प्रत्यारोप से चर्चा में रहता है। शायद ही कभी ऐसा हो कि अपने अच्छे कार्यों को लेकर नगर निगम की बात होती हो। शहर के लोग तो अब इसे नरक निगम कहकर सम्बोधित करने लगे है। क्योंकि, निगम के मूल कार्य से भी शहरवासी संतुष्ट नहीं। इसी क्रम में गुरुवार को नगर निगम में हुई बैठक भी बस अखाड़ा बनी रही।
गुरुवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता मेयर इंदू देवी कर रही थी। होल्डिंग टैक्स के निजीकरण के प्रस्ताव के बाद पूरी तरह यह बैठक हंगामे में तब्दील रही। होल्डिंग टैक्स के निजीकरण के मुद्दे पर मेयर इंदु देवी और डिप्टी मेयर पूनम देवी आमने-सामने आ गईं।
डिप्टी मेयर बोली- निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने की साजिश
डिप्टी मेयर पूनम देवी ने निजीकरण का विरोध करते हुए कहा कि इससे जनता पर बोझ बढ़ेगा। निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने की साजिश हो रही है। बिना पार्षदों की राय लिए प्रस्ताव लाया गया, जो लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि वे सशक्त स्थायी समिति की सदस्य हैं, फिर भी योजनाओं और टेंडरों की जानकारी नहीं दी जाती। पूनम देवी ने आरोप लगाया कि मेयर और नगर आयुक्त की मिलीभगत से निगम में लूट हो रही है। इसके बाद पूनम देवी समेत आठ पार्षदों ने सदन से बाहर निकलकर मेयर और नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी की।
वार्ड 6 की पार्षद मालती देवी ने भी विरोध जताते हुए कहा कि यह आम जनता के हित में नहीं है। विरोध करने वालों में वार्ड नंबर1 की कौशर जहां, वार्ड 9 की रानी सिंह, वार्ड 16 की रूबी तिवारी, वार्ड 19 के पारस सिंह, वार्ड 25 के जाकिर हुसैन, वार्ड 44 की प्रभावती देवी शामिल थीं। सभी ने प्रस्ताव को जनविरोधी बताया।
मेयर इंदू देवी ने कहा- हर काम में व्यवधान डालते है
दूसरी तरफ़, मेयर इंदू देवी ने डिप्टी मेयर पूनम देवी व उनके पति सरोज सिंह के कार्यशैली पर प्रश्न खड़े किए। उन्होंने कहा कि हर काम में ये लोग व्यवधान उत्पन्न करते है। जहां बात करनी होती है वहाँ बात ना करके बस जनता को भ्रमित करते हैं। उन्होंने सरोज सिंह को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उनकी पत्नी डिप्टी मेयर है। पर वो उन्हें दबा कर रखते है। मुखर नहीं होने देते। खुद हर बात का विवाद बनाते है।

