Mukhyamantri Vidyut Upbhokta Sahayata Yojna: मुख्यमंत्री विद्युत् उपभोक्ता सहायता योजना के अंतर्गत मंगलवार को भोजपुर में जनसंवाद आयोजित किया गया। इस जनसंवाद कार्यक्रम में 47 हजार से अधिक बिजली उपभोक्ताओं ने भाग लिया। ज़िले भर में यह आयोजन जिले के 75 स्थानों पर हुआ। सभी स्थानो पर उपभोक्ताओं में खासा उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मुख्यमंत्री विद्युत उपभोक्ता सहायता योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देना और उपभोक्ताओं की शंकाओं का समाधान करना था।
विद्युत आपूर्ति अंचल के अंतर्गत भोजपुर और बक्सर जिलों में मिलाकर कुल 135 स्थानों पर जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित हुए। इनमें सम्मिलित रूप से 84 हजार से अधिक लोगों ने सक्रिय सहभागिता दर्ज करायी। आयोजन प्रखंड कार्यालय, उच्च विद्यालय एवं पंचायत सरकार भवन स्तर पर किये गये, जहां बड़ी संख्या में लोग सुबह से ही पहुंचने लगे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी कार्यक्रम स्थलों पर उपस्थित उपभोक्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राज्य के घरेलू उपभोक्ताओं को आर्थिक राहत देने और बिजली उपभोग के बोझ को कम करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री मुफ्त बिजली योजना लागू की गयी है। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक घरेलू उपभोक्ता को 125 यूनिट तक बिजली निःशुल्क प्रदान की जायेगी। पूर्व में ऊर्जा विभाग ने घर-घर बिजली पहुंचाने में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल किया है और यह योजना उस प्रयास को नयी ऊंचाई पर ले जायेगी।
भोजपुर जिले का मुख्य कार्यक्रम आरा के नागरी प्रचारिणी सभागार में हुआ। यहां जिले के प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने कहा कि विद्युत उपभोक्ता सहायता योजना पूरे देश में अपनी तरह की अनूठी पहल है। इस योजना में 125 यूनिट तक की खपत पर बिल पूरी तरह शून्य होगा। यदि खपत 125 यूनिट से अधिक होती है, तो शेष यूनिट का विपत्र पूर्व निर्धारित अनुदानित दर से बनेगा। इससे सभी घरेलू उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। मंत्री ने लाभुकों के बीच शून्य बिजली बिल का वितरण किया, जिसे पाकर उपभोक्ताओं के चेहरों पर प्रसन्नता साफ झलक रही थी।
कार्यक्रम में सदर विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह, एमएलसी राधाचरण शाह, जिला पदाधिकारी तनय सुल्तानिया, महापौर इंदु देवी, डीडीसी गुंजन सिंह, अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, बिजली विभाग के पदाधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में उपभोक्ता उपस्थित रहे।

