Jila Parishad meeting: विद्या भवन सभागार में शुक्रवार को जिला परिषद की सामान्य बैठक हुई। अध्यक्षता आशा देवी ने की। बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, आपूर्ति, बिजली, सड़क और आंगनबाड़ी समेत जिले के 29 विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई। सबसे बड़ा मुद्दा बाढ़ पीड़ितों की सूची से नाम गायब होने और राहत नहीं मिलने को लेकर उठा। कई सदस्यों ने बाढ़ प्रभावित पंचायतों को अभी तक क्षेत्र घोषित नहीं किए जाने पर आक्रोश जताया। पीड़ितों के लिए फसल क्षतिपूर्ति, राहत राशि और स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग रखी। बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग जगदीशपुर के कार्यपालक अभियंता की लगातार अनुपस्थिति पर सदस्यों ने नाराजगी जताते हुए अधिकारी के विरुद्ध स्पष्टीकरण की मांग की।
बैठक में सांसद सुदामा प्रसाद, विधायक अमरेन्द्र प्रताप सिंह, उपविकास आयुक्त गुंजन सिंह, जिप उपाध्यक्ष लाल बिहारी, और जिप सदस्यों मीना कुमारी, बेबी देवी, आरती देवी, पूजा भारद्वाज, परीधि गुप्ता, सोनू रजक, मो मुस्लिम, रविंद्र रजक, जिप्सा आनंद, वंदना राजवंशी, मीना देवी और अन्य प्रतिनिधि व अधिकारी थे। जिप सदस्य भीम यादव ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को नई सूची में शामिल किया जाए। जिन क्षेत्रों को अब तक बाढ़ क्षेत्र घोषित नहीं किया गया, वहां फसल क्षति का सर्वेक्षण कर उचित मुआवजा दिया जाए। बरजा और इजरी पंचायत के उपस्वास्थ्य केंद्रों के जीर्णोद्धार कराया जाए। बाढ़ क्षेत्र में ब्लीचिंग पाउडर का व्यापक छिड़काव सुनिश्चित किया जाए। जिला पार्षद धनंजय कुमार सिंह यादव ने कहा, मखदुमपुर डुमरा पंचायत को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया जाए। राहत सूची में छूटे परिवारों को शामिल किया जाए। कारवां गांव में स्लुईस गेट निर्माण, लक्ष्मणपुर-मथवलिया पुल के पास रिटर्निंग वॉल और बलुआ में 10+2 स्कूल के लिए भूमि हस्तांतरण, बरौली 10+2 स्कूल, पिपरहिया मध्य विद्यालय तक सड़क निर्माण शीघ्र करने की जरूरत है।

