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Jawainiya Flood: बाढ़ व कटाव झेल रहे जवइनिया गाँव के लोगों से मिलने आए प्रभारी मंत्री बीच रास्ते से लौटे, पावर स्टार पवन भी नहीं पहुँच सके जवइनिया

Jawainiya Flood: बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री सह भोजपुर जिले के प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता सोमवार को शाहपुर के जवइनिया गाँव के कटाव और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने करने आए थे। हालाँकि, बाढ़ के पानी को देखकर वे रास्ते से ही लौट गए। उन्होंने आगे जाने से इनकार कर दिया और ज़िलाधिकारी व अन्य नेताओं से हरसम्भव मदद की बात कह चलते बने।

मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता भाजपा के स्थानीय नेताओं, एसपी और डीएम के साथ मंत्री जवइनिया की ओर बढ़ रहे थे। लेकिन किसी ने उन्हें बता दिया कि आगे जाने में खतरा है, सड़क पर पानी बह रहा है। इसके बाद मंत्री जवइनिया गांव से 5.5 किलोमीटर पहले गौरा बाजार में रुक गए। यहीं भोजपुर डीएम को जरूरी दिशा निर्देश दिया और कहा कि पीड़ितों को हर हाल में सारी सुविधाएं मिलनी चाहिए।

इसके बाद मंत्री ने साथ में मौजूद पूर्व विधायक मुन्नी देवी के पति को पीड़ितों से मुलाकात करने की जिम्मेदारी सौंपी और खुद वापस लौट गए। मंत्री के लौटने के बाद स्थानीय लोगों ने कहा कि, ‘मंत्री डेढ़ से दो फीट पानी देखकर ही डर गए और भाग गए। सोचिए, हम लोग या फिर जो पीड़ित हैं, वे कैसे रह रहे हैं।

भोजपुरी सिने अभिनेता सह गायक पवन सिंह भी नहीं पहुँच सके जवइनिया

मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता के जाने के करीब 90 मिनट बाद भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह जवइनिया गांव के पीड़ितों से मिलने के लिए पहुंचे।

पवन सिंह के आने की जानकारी उनके फैंस को पहले से ही थी। ऐसे में गौरा बाजार पहुंचते ही हजारों की संख्या में लोगों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया।

पवन सिंह के फैंस उनसे ऑटोग्राफ, सेल्फी लेने की डिमांड करने लगे। इसके बाद भीड़ देखकर पवन सिंह की टीम ने गौरा बाजार के आगे जवइनिया गांव जाने से इनकार कर दिया।

पवन सिंह को प्रशासन की ओर से जवइनिया गांव जाने से मना किया गया था। कहा गया था कि भीड़ जुट सकती है, नदी भी उफान पर है, प्रशासन की ओर से आपको सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जा सकती है।

इसके बावजूद पवन सिंह सोमवार शाम चार बजकर 22 मिनट पर गौरा बाजार पहुंचे, लेकिन भीड़ की वजह से आगे नहीं जा सके। करीब 30 मिनट तक भीड़ से घिरे रहने के बाद पवन सिंह गाड़ी से आरा की ओर वापस रवाना हो गया। हालांकि, पवन सिंह वापस हो गए, लेकिन उनके साथ पीड़ितों के लिए लाए गए राहत सामाग्री को जवइनिया गांव के लोगों के हवाले कर दिया गया।