Jansuraj meeting in Piro: आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अनुमंडल स्तरीय योजनाओं पर विचार- विमर्श के लिए जनसुराज पार्टी भोजपुर इकाई ने रविवार को पीरो अनुमंडल कार्यालय में एक बैठक की। बैठक की अध्यक्षता संदेश के पूर्व विधायक व वरिष्ठ जनसुराज नेता सिद्धनाथ राय ने की। स्थानीय कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी की ताकत उसका संगठन है और संगठन आप जैसे कार्यकर्ताओं से बनता है। संसाधन कम भी हो तो मनोबल से आगे बढ़ना है। यह व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई है। हम सबको प्रशांत किशोर का मजबूत हाथ बनना है। उन्होंने सभी पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उनके मनोबल को बढ़ाते हुए कहा कि यह लड़ाई हर उस व्यक्ति की है जिसके दिल में बिहार बसता है। ये एक नई क्रांति है जिसमें हम सहयोग कर रहे है।
बैठक में प्रखंड व पंचायत स्तर पर कमिटी को विस्तार देने और मजबूत करने पर भी चर्चा हुई। शाहाबाद चुनाव अभियान समिति सदस्य नवीन राय ने कार्यकर्ताओं से उनकी समस्याएं जानी। उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर जहां भी कार्यालय नहीं खुले हैं वहां जल्द से जल्द कार्यालय खोला जाए। सभी कार्यकर्ताओं के बैठने और संवाद के लिए स्थान निर्धारित हो। जो भी गाड़ियां मिली हैं उनका उपयोग कर हर घर तक पहुंचना है।
जिला प्रवक्ता रूपेंद्र मिश्र ने कहा कि आपस में हम सभी को सामंजस्य बैठाकर काम करना है। अनुशासन में रहते हुए हमें अपनी बातें कहनी है और व्यवस्था परिवर्तन करके दिखाना है।
पीरो अनुमंडल अध्यक्ष विष्णु शंकर पांडे ने बताया कि पीरो अनुमंडल क्षेत्र की तैयारी अच्छी चल रही है। हम सभी कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ प्रशांत किशोर की बातों को लोगो तक पहुंचा रहे है। वरिष्ठ नेता हरि जी तिवारी ने अपने अनुभवों को बताते हुए कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि हमलोग एकजुट होंगे तो किसी की ताकत नहीं की हमें हरा दे।
बैठक में अनुमंडल उपाध्यक्ष राजीव सिंह, अनुमंडल सचिव दिनेश प्रसाद, कार्यालय प्रभारी अरुण पंडित, भावी प्रत्याशी वरुण देव, रमेश कुमार सिंह, प्रद्युम्न कुमार, उपेंद्र कुशवाहा, सहार प्रखंड अध्यक्ष, तरारी प्रखंड अध्यक्ष, जुनैद, शिवम समेत कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सिद्धनाथ राय ने किया पिटन देवी माता के दर्शन
बैठक से निकलते ही स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व विधायक सिद्धनाथ राय वहां के प्रसिद्ध पिटन देवी माता के मंदिर गए। दर्शन के साथ उन्होंने जनता के सौभाग्य की कामना की।

मंदिर प्रांगण में उन्हें माता की चुनरी देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि बहुत दिनों के बाद इधर आना हुआ तो माता के दर्शन करना ही था। यह सौभाग्य है कि देवी खुद बुला लेती हैं।

