शहर के प्रतिष्ठित हर प्रसाद दास जैन कॉलेज (H D Jain College, Ara) का 84वां स्थापना दिवस गुरुवार को धूम-धाम से मनाया गया। छात्र-छात्राओं ने छठ, दुर्गा पूजा तथा होली जैसे बिहार के सांस्कृतिक पर्वों की झलक नृत्य, बाबू वीर कुंवर सिंह के जीवन चरित्र पर नाटिका रसिया नृत्य एवं शिव तांडव पर नृत्य प्रस्तुत किया। संचालन डॉक्टर पुष्पा द्विवेदी ने किया।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण महाविद्यालय के विभिन्न विभागों द्वारा लगाई प्रदर्शनी रही, जिसमें जैन कॉलेज के लगभग सभी विभागों ने भाग लिया। इस अवसर पर स्नातक सत्र, 2021-24 तथा स्नातकोत्तर सत्र, 2022-24 के टॉपर विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी थे। उन्होंने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को अपने जीवन में शिक्षा के क्षेत्र की महान विभूतियों से प्रेरणा लेने का संदेश देते हुए कहा कि इस महाविद्यालय से पढ़े दो विभूतियों को पद्मश्री मिला है। जहां राम को शिक्षा मिली है और गांधी जी महात्मा गांधी बने। इतिहास भूगोल से बनता है। सत्ता का राष्ट्रीय परिवर्तन इसी बिहार से जेपी ने किया है। आज वहां की शिक्षा की क्या स्थिति इस पर सभी को मंथन करने की आवश्यकता है।
प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार ने कुलपति के द्वारा किए गए उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि इनके कार्यकाल में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय का सत्र नियमित हुआ है। बिहार विधान परिषद सदस्य जीवन कुमार ने युवाओं से आवाहन किया कि वे अपने भीतर की शक्ति को महसूस करके आगे बढ़े। देश को विकास की तरक्की पर ले जाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।
पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर डॉ रासबिहारी सिंह ने कहा कि किसी भी शैक्षणिक संस्था के लिए नियमित वर्ग संचालन के साथ सक्रिय शिक्षक और प्रधानाचार्य की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। नैक का आज के महाविद्यालय के लिए बहुत महत्व है। पूर्व सीसीडीसी प्रोफेसर डॉ नीरज कुमार और आदिनाथ ट्रस्ट के प्रतिनिधि अभय कुमार जैन ने भी जैन कॉलेज के इतिहास पर अपनी बातों को रखा।
आयोजन में पूर्व कुलसचिव डॉ धीरेंद्र कुमार सिंह, दर्शनशास्त्र के शिक्षक डॉ किस्मत कुमार सिंह, डॉ दूधनाथ चौधरी आदि मौजूद थे।

