Ex IPS Anand Mishra in Ara: जय बिहार.. जय-जय बिहार.. जनसुराज ज़िंदाबाद.. प्रशांत किशोर ज़िंदाबाद.. आनंद मिश्रा ज़िंदाबाद…। आनंद मिश्रा जिन रास्तों और गलियों से गुजरे उन रास्तों में ये नारे गूंजते रहे। लोगों में ग़ज़ब का उत्साह भरा था। जैसे किसी नई ऊर्जा का संचार हो रहा हो। सोमवार को जन सुराज पार्टी युवा के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व IPS आनंद मिश्रा ‘जन सुराज युवा संघर्ष यात्रा’ के लेकर आरा में थे।
वर्तमान परिवेश में युवाओं की बदहाली, बेरोज़गारी, मजबूरी में होने वाले पलायन, परीक्षाओं में हो रही धांधली के ख़िलाफ़ युवाओं के संघर्ष की कहानी को बयान करते आनंद मिश्रा के नेतृत्व में जन सुराज युवा संघर्ष यात्रा चल रही है। यह यात्रा अपने 28वें दिन आरा पहुँची। जनसुराज और प्रशांत किशोर के बिहार बदलने के संकल्प के साथ आनंद मिश्रा बाईक सवार युवाओं के साथ यह यात्रा कर रहे है। बीस हज़ार किलोमीटर की यात्रा लेकर आनंद की अगुआई में निकले यात्री कई ज़िलों से होते हुए पिछले दिनो भोजपुर पहुचें थे।कल उनका जत्था चरपोखरी से चलते हुए, गड़हनी, अगिआंव, पवना, बेलाउर, पियनिया, तेतरियाँ मोड़ होते हुए ज़ीरो माइल से आरा में आई।
बेलाउर सूर्य मंदिर में हुआ स्वागत, कमिटी ने किया अभिनंदन
पवना से होते हुए गाँव की गलियों में घूमते, लोगों को जागरूक करते हुए संघर्ष यात्री बेलाउर के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर पहुँचे। जनसुराज भोजपुर के ज़िलाध्यक्ष अभय सिंह के नेतृत्व में बेलाउर सूर्य मंदिर में उनका ज़ोरदार स्वागत किया गया। स्वागत में सूर्य मंदिर कमिटी के अध्यक्ष व सदस्यों ने उनकी यात्रा को सफल बनाने के संकल्प को मज़बूत करते हुए उन्हें अंगवस्त्र एवं मदिर की बड़ी सी तस्वीर स्मृति स्वरूप भेंट किया। वहाँ स्वागत में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कमलेश तिवारी, महिला ज़िलाध्यक्ष डॉ पद्मा ओझा, अनुरानी झा, संजीव सिंह, समाजसेवी निकेश पांडेय व अन्य सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
अगले पड़ाव तेतरिया मोड़ पर परिधि गुप्ता के नेतृत्व में स्वागत किया गया। कई महिलाओं ने आनंद की यात्रा को सफल बनाने का संकल्प लेते हुए जय बिहार का नारा लगाया। ज़ीरो माईल पर राहुल सिंह के नेतृत्व में युवाओं के जत्थे ने सभी यात्रियों का स्वागत किया। वहाँ सभी ने चाय पी, फिर कारवाँ आगे बढ़ गया।
बाईकर्स की टोली जागरूकता का संदेश लिए शहर में प्रवेश कर चुकी थी। शहर के पकड़ी चौक पर ज़िला युवा अध्यक्ष सोनू पासवान के नेतृत्व में भव्य स्वागत हुआ। पुष्प वर्षा और पीले जनसुराजी झंडो से पूरा पकड़ी चौक बदलाव के इस आस का ज़ोरदार स्वागत कर रहा था।
अगले पड़ाव पर दक्षिणी रमना रोड में डॉ विजय गुप्ता ने आनंद मिश्रा व यात्रियों का स्वागत किया। सभी यात्रियों को आँवले का मुरब्बा खिलाते हुए डॉ विजय गुप्ता ने कहा कि बदलाव की शुरुआत तो हो ही चुकी है। मैंने नाश्ते को भी हेल्दी कर दिया। सभी यात्री लम्बी यात्रा में है, धूल और धुएँ से भरे प्रदूषित पर्यावरण में घूम रहे है। जागरूकता फैलाने के लिए लगातार बोलना भी है। तो गले की सेहत का ध्यान रखते हुए मैंने चिकित्सक धर्म भी निभाया। आनंद मिश्रा ने भी इसे अच्छी पहल बताते हुए सराहना की।
शहीद भवन मोड़ पर संरक्षक देवेंद्र यादव ने स्वागत किया। नगर महिला अध्यक्ष मधुलिका सिन्हा ने दीप प्रज्ज्वलित थाल से आरती उतारते हुए आनंद मिश्रा का अभिनंदन किया और तिलक लगा कर उन्हें यात्रा के सफलता की शुभकामना दी। इस दौरान कई महिलाओं ने बिहार के बदलाव में साथ देने का संकल्प लिया।
मठिया मोड़ पर ज़िला संयोजक चंद्रभानु गुप्ता के संयोजन में संघर्ष यात्रियों का स्वागत किया गया। पुष्प वर्षा और फूलो की माला से सभी का खूब भव्य अभिनंदन हुआ। विचार मंच के सुधीर मिश्र ने भी अभिनंदन किया। वहाँ से बढ़ते हुए यात्रा शहर के बीच गोपाली चौक पर पहुँची जहां ढोल- नगाड़ों के साथ कार्यकर्ताओं ने आनंद मिश्रा व सभी यात्रियों का स्वागत किया गया।
आरण्य देवी मंदिर में मत्था टेक आनंद ने माँगा बिहार बदलने का आशीर्वाद
देर शाम का वक्त गोपाली चौक की भीड़ बढ़ाए हुए था। ऐसे में आनंद मिश्रा बाईक से उतर कर पैदल ही लोगों को सम्बोधित और जागरूक करते हुए कार्यकर्ताओं के साथ चल पड़े। टमटम पड़ाव, बड़ी चौक पर सलमा बेगम ने स्वागत किया।
युवा संघर्ष यात्रा में माँ आरण्य देवी की धरती पर पहुँचे आनंद मिश्रा पैदल बढ़ते हुए आरण्य देवी मंदिर पहुँच गए। मंदर में सम भाव से वे माता के दर्शन व आरती किए। मंदिर के महंत मनोज बाबा ने उन्हें तिलक लगा कर माता की चुनरी देकर आशीष दिया। उन्होंने संग आए वरिष्ठ सदस्य कमलेश तिवारी, निकेश पांडेय, अमित बाबा व रूपेन्द्र मिश्र का भी चुनरी से अभिनंदन किया।
मंदिर से निकलते हुए आनंद मिश्रा ने बातचीत में बताया कि माँ आरण्य देवी के मंदिर तो कई बार आया हूँ, पर इस बार का आना अलग था। इस बार जो भी माँगना था वो अपने लिए नहीं, पूरे बिहार के लिए माँगना था। एक अलग आत्मिक रिश्ते जैसा महसूस हुआ। भोजपुर ज़िले में जनसुराज के युवा संघर्ष यात्रा का अनुभव साझा करते हुए आनंद ने बताया की प्रशांत किशोर सही कहते है की बिहार जितना काग़ज़ों में गरीब है, उससे कहीं ज़्यादा गरीब वास्तविकता में है। मैंने इस अनुभव को किया है की शहर भले ही बाहर से बड़े बड़े घरों से सजा दिखता हो, पर आसपास के गाँव की स्थिति बदहाल है। पता नहीं मीडिया रिपोर्ट्स कहाँ का विकास देखती है। बड़ी लड़ाई है, बहुत कुछ बदलना है।
वहाँ कई व्यापारी वर्ग और अन्य राहगीरों की बाते व सुझाव सुनते समझाते आनंद मिश्रा की यात्रा आगे बढ़ चली। गांगी पर उनका स्वागत कौशलेंद्र सिंह ने किया। आगे बडहरा में प्रवेश करते हुए धीरेंद्र पांडेय, अनिल कुमार मिश्रा व अन्य सदस्यों ने अभिनंदन के साथ कारवाँ आगे बढ़ाया।
पूरी यात्रा के दौरान स्वागत में एवं सहयात्री के रूप में ज़िला अध्यक्ष अभय सिंह, महिला ज़िलाध्यक्ष डॉ पद्मा ओझा, ज़िला संयोजक चंद्रभानु गुप्ता, युवा ज़िलाध्यक्ष सोनू पासवान, प्रदेश कार्यसमिति से कमलेश तिवारी, डॉ विजय गुप्ता, राहुल सिंह, गोविंद जी, धीरेंद्र पांडेय, कौशलेंद्र सिंह, सलमा बेगम, उपेन्द्र यादव, अनिल कुमार मिश्रा, बम ओझा समेत कई कार्यकर्ता एवं JSPT से मोहित, किशन, जयेश समेत कई टीम मेंबर्स होंगे।

