बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) अभ्यर्थियों के समर्थन में दोबारा परीक्षा की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की आज तबियत बिगड़ गई। उन्हें पटना के मेदांता अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।

प्रशांत किशोर पिछले छः दिनों से अनशन पर है। इसी बीच कल उनकी गिरफ़्तारी भी हुई थी। बाद में उन्हें ज़मानत मिल गई थी।
अस्पताल जाते प्रशांत बोले- मेरा आमरण अनशन जारी रहेगा
आज अचानक प्रशांत किशोर की तबियत बिगड़ने लगी तो उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में उन्हें आईसीयू में स्थानांतरित करना पड़ा। बताया जा रहा है कि जब एक डॉक्टर ने किशोर को उनके घर पर देखा और अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी, तो पार्टी नेता उन्हें एम्बुलेंस में पटना में एक निजी स्वास्थ्य सुविधा में ले गए।
डॉक्टर ने कहा कि कुछ चिकित्सीय समस्याएं हैं जिनकी गहन जांच की जानी चाहिए। वह संक्रमण और निर्जलीकरण से पीड़ित हैं। वह कमजोर भी हैं और असुविधा महसूस कर रहे हैं। अस्पताल रवाना होने से पहले किशोर ने संवाददाताओं से कहा कि मेरा आमरण अनशन जारी रहेगा।
सोमवार को अहले सुबह हुई थी गिरफ़्तारी और फिर देर शाम ज़मानत
प्रशांत किशोर को सोमवार को पुलिस ने अवैध आमरण अनशन के लिए गिरफ्तार किया था। यहां की एक अदालत द्वारा न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के कुछ घंटों बाद उन्हें बिना शर्त जमानत पर रिहा कर दिया गया। इससे पहले, किशोर ने जमानत की शर्तों को अनुचित बताते हुए स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे किशोर को सोमवार की सुबह गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ पिछले सप्ताह दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, उन्होंने पटना उच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करते हुए गांधी मैदान में आमरण अनशन किया। पटना जिला प्रशासन ने शहर के गर्दनीबाग इलाके के अलावा किसी अन्य स्थान पर इस तरह के विरोध प्रदर्शन पर रोक लगा रखी है। अस्पताल जाने से पहले किशोर ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, मेरा आमरण अनशन जारी रहेगा।

