Site icon Ara Live

BJP Campaign: वक्फ संशोधन कानून को लेकर भाजपा का जनजागरण अभियान, मुसलमानो को बताया का लाभ

BJP Campaign: वक्फ संशोधन कानून को लेकर भाजपा की ओर से जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है। आरा भाजपा जिला कार्यालय में रविवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष दुर्गा राज ने किया।कार्यशाला में वक्फ संशोधन कानून के उद्देश्यों और लाभ को रेखांकित करते हुए बताया गया कि इस कानून से गरीब मुसलमानों को कैसे लाभ होगा।

कार्यशाला में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समाज के लोग उपस्थित रहे और वक्ताओं की बातों को सुना। कार्यशाला में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह और प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल शामिल हुए और इस कानून को लेकर अपनी बात रखी।

वक्फ बोर्ड ने गरीब मुसलमानों को हक देने की कोशिश नहीं की- दानिश इकबाल

बिहार भाजपा के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने कार्यशाला में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वक्फ संशोधन कानून को लेकर भाजपा की ओर से जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है, जिससे लोगों तक इस कानून को लेकर सही जानकारी मिल सके।

प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने कहा, “वक्फ बोर्ड ने कभी भी गरीब मुसलमानों को हक देने की कोशिश नहीं की, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामाजिक न्याय के आधार पर गरीब मुसलमानों को मुख्य धारा में लाने का काम किया और उन लोगों के साथ जो इनका हक़ छिनने की मंशा रखते थे, उनके सपनों को तोड़ दिया।”

उन्होंने कहा कि अब कोई भी वक्फ की एक इंच जमीन नहीं ले सकता। जिन लोगों ने जमीन रखी है, उसे भी हिसाब देना होगा। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इस कानून के बाद गरीब मुसलमानों के अच्छे दिन की शुरुआत हो गई है। अब इस वक्फ से अस्पताल खुलेंगे तो शिक्षा की बेहतरी के लिए मदरसों का निर्माण होगा।

कहा कि वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर पहला अधिकार गरीबों का है । ओवैसी की पहचान वैसे लोगों में से है जो विदेशी मुसलमान भारत में रह रहे हैं। ओवैसी भारतीय मुसलमान नहीं हैं। आज भी 700 वर्ष के बाद उनके टाइटल में ओवैसी है, ओवैस ईरान के एक शहर का नाम है। इसलिए वह ओवैसी लगाते है।

ओवैसी को हैदराबादी टाइटल लगाना चाहिए। ओवैसी को भारत के मुसलमानों को बताने की जरूरत नहीं है।

गरीब मुसलमानो के साथ अन्याय नहीं होगा

कार्यशाला को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि वक्फ संशोधन कानून के बाद गरीब मुसलमानों के साथ अन्याय नहीं होगा। इससे ‘सबका साथ, सबका विकास’ का संकल्प साकार होगा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वक्फ एक तरह का ट्रस्ट है, जो मुसलमानों के हित में काम करने के लिए बनाया गया था, लेकिन इस ट्रस्ट पर कुछ लोगों का कब्जा हो गया, जिस कारण इसका लाभ मुसलमानों के सभी वर्गों तक नहीं पहुंच सका। कमजोर मुसलमान इस लाभ से वंचित रहे।

उन्होंने कहा कि इस विधेयक के पास होने के बाद देश के करोड़ों मुसलमान आज प्रधानमंत्री को धन्यवाद दे रहे हैं, लेकिन, विपक्ष को यह कानून रास नहीं आ रहा है। इस कानून को लेकर समाज के लोगों को बरगलाया जा रहा है। इसमें महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिलेगा। वक्फ गरीबों और अनाथों के लिए होता है।

Exit mobile version