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AISA locked Principal’s office of Maharaja College: विभिन्न माँगो पर सुनवाई ना होने से आक्रोशित आइसा छात्र संगठन ने प्राचार्य कक्ष में की तालेबंदी

AISA locked Principal’s office of Maharaja College: संगठन आइसा(AISA) की महाराजा कॉलेज इकाई ने विभिन्न माँगो के साथ प्रदर्शन करते हुए प्राचार्य कक्ष की तालाबंदी की। उनका आरोप था कि लंबे समय से कॉलेज की लचर व्यवस्था को लेकर पूर्व में आइसा प्रतिनिधि मंडल ने प्राचार्य से मिलकर एक ज्ञापन दिया था। जिस पर प्राचार्य ने 15 से 30 दिनों के समय के साथ सुधार का आश्वासन दिया था। महीनों गुजर गए, लेकिन अभी तक उस दिशा में कोई काम नहीं किया गया।

संगठन के छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्राचार्य महोदय को खबर मिली कि आज आइसा विद्यार्थियों के मुद्दे को लेकर आंदोलन करने वाली है तो निजी काम का हवाला देते हुए वे छूटी पर चले गए। उनको छात्र संगठन आइसा और छात्रों के मुद्दे से इतना डर था।

आइसा महाराजा कॉलेज सचिव राजेश कुमार ने कहा कि भाजपा, RSS, मोदी की सरकार और बिहार में NDA की डबल इंजन की सरकार, बिहार में नई शिक्षा नीति लाकर गरीब, किसान , मजदूर, पिछड़ा,दलित और वंचित तबके से आने वाले बच्चों को उच्च शिक्षा से बेदखल करना चाहती है। उसका जीता जागता उदाहरण महाराजा कॉलेज जैसी शिक्षा संस्थान है। जहां पर विद्यार्थियों के लिए मूलभूत सुविधाएं शुद्ध पेय जल, शौचालय क्लास रूम का घोर अभाव है।

जिला सह सचिव रौशन कुशवाहा ने कहा कि बच्चों से नामांकन के नाम कॉलेज प्रशासन की ओर से साइकिल स्टैंड, जनरेटर, लैब जैसे अनेक मद में पैसे की उगाही की जाती है। जब उनकी सुविधाएं की बात आती है तो विद्यार्थियों को सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जाती है।

आइसा लंबे समय से कॉलेज प्रशासन से मांग कर रहा है कि 2017 से बन कर तैयार महिला छात्रावास को चालू किया जाए ताकि गांव के सुदूर इलाके से आने वाली हमारी बहनें छात्रावास में रह कर पढ़ाई कर सके, लेकिन महाराजा कॉलेज प्रशासन कान में तेल और आंख में पट्टी बांध कर सोया है।

नई शिक्षा नीति के तहत दो सत्र 23- 27 और 2024 – 3028 की कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो गई, लेकिन पुस्तकालय में नई एडिशन की किताबें तक नहीं हैं। विद्यार्थियों को बैठने के लिए क्लास रूम तक नहीं हैं, कुछ तो क्लास रूम ढह चुके हैं और कुछ जर्जर हो चुके हैं, इस क्लास रूम को बनवाया नहीं जा रहा है।

कॉलेज प्रशासन को चेतावनी देते हुए बोले कि अब हम बर्दाश्त करने वाले नहीं। इस बार हमारी मांगों को समय सीमा के अंदर पूरा नहीं होता है तो कॉलेज अनिश्चित समय के लिए बंद कराया जाएगा।

आइसा की निम्नलिखित मांगें:

1. कॉलेज में मूलभूत सुविधाएं जैसे शुद्ध पेय जल, शौचालय को व्यवस्था करनी होगी।

2. सत्र 2023 – 2027 के सभी छात्रों और sc/st छात्रों का नामांकन शुल्क वापस करना होगा।

3. नई सिलेबस के तहत नए विषयों जैसे, sec, AEC के विभाग को चालू करना होगा।

4. वर्षों से बनकर तैयार महिला छात्रावास को चालू करना होगा।

5. छात्र कॉमन रूम का पुनः निर्माण कराना होगा।

6. जर्जर हो चुके और ढह चुके क्लास रूम का पुनः निर्माण कराना होगा।

7. पुस्तकालय में नई एडिशन की किताबें उपलब्ध करानी होगी।

8. सभी लैब को सुदृढ़ ढंग से संचालित करना होगा।

9. पूछताछ काउंटर को चालू करना होगा।

10. कॉलेज में प्राथमिक स्वास्थ्य उपचार केंद्र चालू हो।

कार्यक्रम में जिला सह सचिव जय शंकर प्रसाद, महाराजा कॉलेज अध्यक्ष शुभम मौर्या, उपाध्यक्ष अंशु पासवान, सहसचिव शिवप्रकाश , गौरव गुंजन, मोहित कुमार, विराट कुमार, वीरबहादुर, रोहित कुमार, विक्की कुमार, रोहन कुमार, अभी कुमार, प्रकाश, चंदन, सौरभ सहित दर्जनों आइसा नेता और छात्र मौजूद थे।