Agriculture news: जिले में खरीफ फसल की बुवाई से पहले किसानों को वैज्ञानिक और आधुनिक तकनीकों से प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से, गुरुवार से विकसित कृषि संकल्प यात्रा की शुरुआत कृषि विज्ञान केंद्र ने की है। यह यात्रा लगातार 12 जून तक चलेगी। कृषि विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस यात्रा का नेतृत्व कृषि विज्ञान केंद्र, भोजपुर की प्रमुख डॉ. शोभा रानी कर रही हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और वैज्ञानिक खेती को बढ़ावा देना है। कृषि विज्ञान केंद्र परिसर से गांव की सूची एवं टीम बनाकर कृषि वैज्ञानिक किसानों तक पहुंच रहे हैं। टीम ने अलग-अलग गांवों में जाकर किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया। प्रशिक्षण में किसानों को उन्नत बीज चयन, संतुलित उर्वरक प्रयोग, कीट एवं रोग नियंत्रण, और जलवायु अनुकूल खेती की विधियों के बारे में बताया जा रहा है। कृषि वैज्ञानिक खुद गांव-गांव जाकर खेतों में किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण दे रहे हैं। किसान सलाहकार और विभागीय समन्वयक भी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
दो टीमों का गठन, 11 कृषि विशेषज्ञ शामिल यात्रा के लिए दो वैज्ञानिक टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम एक दिन में तीन गांव के किसानों को प्रशिक्षित कर रही है। एक टीम में कृषि वैज्ञानिक डॉ विकास सिंह, डॉ. सच्चिदानंद सिंह, शशि भूषण कुमार शशि, डॉ. पंकज रंजीत व अरविंद कुमार एवं दूसरी टीम में डॉ. अजय कुमार मौर्य, डॉ. अनिल कुमार यादव, सुप्रिया वर्मा और डॉ. सौरभ कुलदीप शामिल हैं। पहले दिन गुरुवार को जगदीशपुर प्रखंड के कौरा, दलितपुर व हरदिया गांवों में एवं तरारी प्रखंड के तरारी, बागर और बड़गांव में कृषि प्रशिक्षण शिविर लगाए गए। प्रत्येक गांव में 125 से 150 किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।


 
			 
			 
			 
			