पंचायती राज मंत्री और भोजपुर के प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता ने सोमवार को समाहरणालय सभागार में बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में वर्ष 2024 की बाढ़ और उस दौरान किए गए राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गई।
मंत्री ने कहा, बाढ़ से पहले सभी जरूरी तैयारियां समय पर, प्रभावी और सही तरीके से पूरी हों। ताकि आपात स्थिति में जन-धन की हानि रोकी जा सके और प्रभावितों को तुरंत राहत मिले। समीक्षा में सामुदायिक रसोई केंद्रों की स्थापना, पॉलिथीन शीट्स की उपलब्धता, राहत शिविरों का संचालन, वर्षा मापक यंत्रों की स्थिति, जोखिमग्रस्त इलाकों की पहचान, लाइफ जैकेट, महाजाल, मोटर बोट, प्रशिक्षित गोताखोर, खोज और बचाव दलों की तैयारी, बाढ़ आश्रय स्थलों की व्यवस्था, मानव और पशु औषधियों तथा चारे की उपलब्धता जैसे विषयों पर चर्चा हुई। आपातकालीन संचालन केंद्र और नियंत्रण कक्ष की स्थापना, तटबंधों की सुरक्षा, राहत दलों का गठन, आश्रय स्थलों और सामुदायिक रसोई केंद्रों की पहचान, प्रशिक्षण कार्यक्रम, मॉक ड्रिल, सुरक्षित तैराकी को लेकर जन-जागरूकता और आकस्मिक फसल योजना पर भी जोर दिया गया।
प्रभारी सचिव हरजोत कौर बम्हरा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आपदा की स्थिति में सभी जरूरी सुविधाएं पारदर्शी और समय पर उपलब्ध कराई जाएं।
समीक्षा बैठक में भोजपुर सांसद सुदामा प्रसाद, एमएलसी राधाचरण साह और श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, आरा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह, बड़हरा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, तरारी विधायक विशाल प्रशांत, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की प्रभारी सचिव सह अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा, डीएम तनय सुल्तानिया, एसपी राज सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।


 
			 
			 
			 
			