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World Malaria Day: विश्व मलेरिया दिवस पर जागरूकता के लिए प्रभात फेरी, सभा और संवाद कार्यक्रम आयोजित, कई स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष कैंप लगे

World Malaria Day: विश्व मलेरिया दिवस पर जिले में जागरूकता कार्यक्रम हुए। इस साल की थीम थी – मलेरिया के खिलाफ लड़ाई को तेज करना, एक समान दुनिया की ओर। इसी कड़ी में कोईलवर प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय, दौलतपुर में जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यालय और सीफार ने मिलकर प्रभात फेरी, सभा और संवाद कार्यक्रम कराया। इस अवसर पर जिले के कई स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष कैंप भी लगाया गया।

दौलतपुर में स्कूल के बच्चों ने हाथों में स्लोगन और पोस्टर लेकर रैली निकाली। उन्होंने मलेरिया से बचें – जीवन को सुरक्षित बनाए, मच्छर भगाओ – मलेरिया हटाओ जैसे नारे लगाए। बच्चों ने लोगों को मलेरिया से बचाव का संदेश दिया। मौके पर डीपीएम रवि रंजन, एफएलए कुमारी प्रियंका, सीएचओ रिंकू कुमारी, लिपिक संतोष, मुखिया प्रतिनिधि शंभू, वार्ड सदस्य रंजीत रजक, वीबीडीएस राजन कुमार, आशा आरती कुमारी और फुल कुमारी, शिक्षक अंबाया प्रवीण, भारती कुमारी, रविन्द्र कुमार, अंजलि कुमारी, अमरजीत कौर, इरफान, रीना कुमारी, रत्ना कुमारी, भीम शंकर तिवारी, बीरन सिंह और कमलेश उपस्थित थे।

एसीएमओ सह जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि मलेरिया एक प्रोटोजोआ जनित रोग है। यह संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। भारत में इसके दो प्रकार मिलते हैं – प्लाजमोडियम वैवेक्स और प्लाजमोडियम फल्सीपेरम। इनमें फल्सीपेरम सबसे घातक होता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, कपकपी, पसीना, सिरदर्द, उल्टी और चक्कर आना शामिल हैं। कई बार बुखार एक दिन छोड़कर आता है, जिसे लोग सामान्य बुखार समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। डॉ संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि बचाव के लिए घर के आसपास पानी जमा न होने दें। पानी की टंकियों को ढंककर रखें। मच्छरदानी का प्रयोग करें। शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। जमा पानी में मिट्टी का तेल या लार्वा नाशक दवा डालें। विद्यालय के प्रधानाचार्य जावेद अख्तर ने कहा कि मलेरिया से बचाव के लिए जन-जागरूकता जरूरी है। बच्चे स्कूल में सीखेंगे, तो अपने घर और समाज में भी बदलाव लाएंगे।