नागरी प्रचारिणी सभागार में गुरुवार को खरीफ कर्मशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। उद्घाटन जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया ने किया। उन्होंने कृषि विभाग के जिला और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि पंचायत स्तर पर किसान चौपाल में किसानों की समस्याएं सुनें और उन्हें संकलित कर जिला कार्यालय भेजें। उन्होंने फार्मर रजिस्ट्री और ई-केवाईसी कार्य में तेजी लाने को कहा। डीएम ने कहा कि बिहार कृषि प्रधान राज्य है। किसानों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करें। महिला संवाद और डॉ. अंबेडकर समग्र सेवा अभियान में जाकर योजनाओं की जानकारी दें। जिला कृषि पदाधिकारी को खरीफ महाभियान के तहत फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए पारदर्शी तरीके से उपादानों के वितरण का निर्देश दिया गया। जिला कृषि पदाधिकारी शत्रुधन शाहु ने खरीफ महाभियान की योजनाओं की जानकारी पावर प्वाइंट के माध्यम से दी। उन्होंने किसानों से अधिक से अधिक ऑनलाइन आवेदन करने की अपील की। उन्होंने बताया कि 26 मई से 01 जून तक सभी प्रखंड मुख्यालयों में खरीफ कर्मशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा। किसानों को तकनीकी जानकारी दी जाएगी।
किसान प्रखंड या जिला उद्यान कार्यालय से ले योजनाओं का लाभ सहायक निदेशक उद्यान दिवाकर कुमार भारती ने उद्यान विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसान प्रखंड या जिला उद्यान कार्यालय से योजनाओं का लाभ लें। फार्मर रजिस्ट्री पर पटना से आई सहायक निदेशक शस्य रजनी सिन्हा ने रजिस्ट्री से जुड़ी समस्याओं और समाधान की जानकारी दी। उन्होंने कृषि पदाधिकारियों को कार्य में तेजी लाने को कहा।

